‘द हिंदू’ अखबार में 9 जुलाई, 2024 को प्रकाशित भ्रामक खबर “कक्षा छह, नौ और ग्यारह के लिए संशोधित एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों पर भ्रम शिक्षकों को परेशान कर रहा है” के संदर्भ में स्पष्ट किया जाता है कि यह समाचार तथ्यात्मक रूप से गलत है।
लेख में उल्लेख किया गया है कि:
- कक्षा VI की एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों को छात्रों तक पहुँचने में 2 महीने का समय और लगेगा।
- सीबीएसई द्वारा यह ठीक से नहीं बताया गया कि क्या केवल कक्षा III और VI को संशोधित पाठ्यपुस्तकें मिलेंगी या कक्षा IX और XI के छात्रों के लिए भी पाठ्यपुस्तकें संशोधित की जाएंगी।
- कक्षा IX की अंग्रेजी और भूगोल और कक्षा XI की कंप्यूटर विज्ञान, रसायन विज्ञान और इतिहास की पाठ्यपुस्तकें अभी तक प्रकाशित नहीं हुई हैं।
इस भ्रम को दूर करने और अधिक स्पष्टता के लिए, निम्न बातों को दोहराया जाता है –
- जुलाई 2024 तक एनसीईआरटी द्वारा कक्षा 6 की सभी पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध करा दी जाएँगी। 2 महीने की समयसीमा का उल्लेख गलत है। अनुभवात्मक शिक्षण के परिप्रेक्ष्य में व्यावहारिक अनुभव के लिए शिक्षकों और छात्रों को पर्याप्त समय प्रदान करने और पुराने पाठ्यक्रम की जगह नए पाठ्यक्रम को सुचारू रूप से आत्मसात करने के लिए एनसीईआरटी पहले ही ग्रेड 6 के लिए सभी 10 विषयों में एक महीने का ब्रिज प्रोग्राम उपलब्ध करा रही है और शिक्षक इसका उपयोग करते हुए बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।
- मार्च 2024 में ही, सीबीएसई के परिपत्र संख्या एकेड. 29/2024 दिनांक 22 मार्च, 2024 के माध्यम से सूचित किया जा चुका है कि कक्षा 3 और 6 के अलावा अन्य किसी भी कक्षा के लिए मौजूदा पाठ्यक्रम या पाठ्यपुस्तकों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। भ्रामक सूचनाओं के आलोक में, स्कूलों को एक बार फिर सीबीएसई द्वारा इन कक्षाओं के लिए उन्हीं पाठ्यपुस्तकों का उपयोग जारी रखने की सलाह दी गई है जिनका उपयोग उन्होंने पिछले शैक्षणिक वर्ष (2023-24) में किया था।
- आरपीडीसी बेंगलुरु, तमिलनाडु सहित सभी दक्षिण भारतीय राज्यों की पाठ्यपुस्तकों की आपूर्ति करता है। आरपीडीसी बेंगलुरु से प्राप्त कक्षा 9 और 11 की पाठ्यपुस्तकों की शीर्षक-वार मांग को एनसीईआरटी ने पूरा कर दिया है। प्रकाशन विभाग और आरपीडीसी बेंगलुरु की ओर से किसी भी कमी की सूचना नहीं दी गई है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय का आधिकारिक प्रेस नोट