जालोर : नदी नाले उफान पर होने से नहीं हुई थी परीक्षा, अब तक तिथि तय नहीं
जालोर : बारिश के मौसम में नदी नालों के उफान पर होने का दर्द जिले के करीब डेढ़ सौ परीक्षार्थी झेल रहे हैं। बारिश का मौसम बीत गया और नदी नालों में बहाव भी थम गया, लेकिन कक्षा दसवीं और बारहवीं की पूरक परीक्षा से वंचित डेढ़ सौ परीक्षार्थियों को अभी भी विशेष पूरक परीक्षा का इंतजार है। आधा सत्र बीतने को आया है, लेकिन माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अभी तक विशेष पूरक परीक्षा की तिथि तय नहीं कर पाया है।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से प्रदेशभर में तक दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए पूरक परीक्षा का आयोजन किया गया था। इस दौरान दस अगस्त को जिले के अलावा पाली जिले के बाली व सुमेरपुर उपखंड क्षेत्र में तेज बारिश के चलते प्राकृतिक बहाव वाले जालोर जिले के कई नदी नाले उफान पर थे।
ग्यारह अगस्त को जिला मुख्यालय पर दसवीं और बारहवीं के अंग्रेजी विषय की परीक्षा थी। लेकिन नदी नालों में बहाव के चलते डेढ़ सौ विद्यार्थी जिला मुख्यालय के परीक्षा केन्द्रों पर नहीं पहुंच पाए थे। प्रशासन की ओर से विद्यार्थियों को परीक्षा केन्द्र तक लाने के लिए रोडवेज बस की भी व्यवस्था की गई थी।
लेकिन नदी नालों में पानी का तेज बहाव होने के चलते विद्यार्थी नदी-नालों के दूसरे छोर से बस तक नहीं पहुंच पाए। जिससे वे जिला मुख्यालय पर आयोजित पूरक परीक्षा में शामिल नहीं हो सके। ऐसे में जिला शिक्षा अधिकारी समेत जिला प्रशासन ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को परीक्षार्थियों के परीक्षा से वंचित रहने के बारे में अवगत करवाया था। जिस पर बोर्ड ने इन विद्यार्थियों के लिए विशेष पूरक परीक्षा आयोजित करने के निर्देश जारी किए थे। लेकिन आज तक इन परीक्षार्थियों के लिए विशेष पूरक परीक्षा की तिथि निर्धारित नहीं की गई है।
दसवीं के 96, बारहवीं के 45 परीक्षार्थी
नदी नालों केे उफान पर होने से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से 11 अगस्त को आयोजित बारहवीं की पूरक परीक्षा में45 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे थे, वहीं दसवीं की परीक्षा में 54 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए थे। दसवीं की परीक्षा में आठ निजी विद्यालयों, तीन स्वयंपाठी और 85 सरकारी विद्यालयों के परीक्षार्थी इस पूरक परीक्षा से वंचित रहे थे। इसी तरह बारहवीं के 45 परीक्षार्थी भी इस परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे। इनमें छह निजी विद्यालयों के, 18 स्वयंपाठी और 30 राजकीय विद्यालयों के परीक्षार्थी शामिल है।
बोर्ड सचिव को दी थी जानकारी
जिले में नदी नालों के उफान पर होने पर परीक्षार्थियों के लिए जिला प्रशासन ने रोडवेज बस की व्यवस्था की थी। लेकिन नदी नालों में तेज बहाव के चलते दूसरे छोर से परीक्षार्थी बस तक नहीं पहुंच पाए थे। ऐसे में वे परीक्षा में शामिल नहीं हो सके। इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी के अलावा जिला प्रशासन ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव को अवगत करवाया था।
विशेष पूरक परीक्षा की तिथि तय नहीं
जिला मुख्यालय पर आदर्श राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जालोर व राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रताप चौक परीक्षा केन्द्र माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से 11 अगस्त को दसवीं और बारहवीं के लिए अंग्रेजी विषय की परीक्षा थी। लेकिन नदी नालों के उफान पर होने से आहोर, जालोर व सायला के अलावा अन्य स्थानों से परीक्षार्थी परीक्षा केन्द्र तक नहीं पहुंच पाए थे। ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से अवगत करवाने पर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव में पूरक परीक्षा से वंचित परीक्षार्थियों के लिए विशेष पूरक परीक्षा आयोजित करवाने की बात कही थी। लेकिन अभी तक विशेष पूरक परीक्षा की तिथि तय नहीं हुई है। जबकि आधा सत्र बीतने को आया है।
कैसे होगा एडमिशन, निर्देश नहीं
कक्षा दसवीं के 96 परीक्षार्थी पूरक परीक्षा से वंचित रहे थे। ऐसे में इन्हें अब विशेष पूरक परीक्षा में शामिल होना पड़ेगा। लेकिन अभी तक विशेष पूरक परीक्षा की तिथि तय नहीं हुई है। ऐसे में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कब विशेष पूरक परीक्षा आयोजित करवाएगा और कब उसका परिणाम जारी करेगा। वहीं इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों का कक्षा ग्यारहवीं में कैसे प्रवेश मिलेगा। इसको लेकर भी अभी तक कोई निर्देश नहीं है।
अंतिम सप्ताह में प्रस्तावित
जिले में नदी नाले उफान पर होने के चलते दसवीं और बारहवीं की पूरक परीक्षा के परीक्षार्थियों के लिए विशेष पूरक परीक्षा तय की गई थी।विशेष पूरक परीक्षा की तिथि तय नहीं है, लेकिन नवम्बर के अंतिम सप्ताह में परीक्षा संभावित है।
– प्रभूदान राव, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) जालोर