जोधपुर : 44 हजार से अधिक डिग्रियों का अनुमोदन

Jai Narain Vyas University jodhpur

जोधपुर : 44 हजार से अधिक डिग्रियों का अनुमोदन

जोधपुर : जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय की सीनेट ने इस वर्ष 2015 की 44185 डिग्रियों सहित 296 पीएचडी डिग्रियों का अनुमोदन किया। जेएनवीयू के केंद्रीय कार्यालय स्थित बृहस्पति भवन में हुई सीनेट ने ब्रिज कोर्स करने वाले शोधार्थियों को भी बड़ी राहत दी है। इससे गत वर्ष जिन 2009 की और बिना एंट्रेस टेस्ट देने वाले शोधार्थियों की 198 पीएचडी डिग्रियों को सीनेट ने रोक दिया था। उनकी राह आसान हुई है।

सीनेट के दौरान पूर्व कुलपति प्रो एलएस राठौड़ ने इस मुद्दे पर अपनी राय बैठक के समक्ष प्रस्तुत की। इसपर कुलपति व सीनेट सदस्यों आदि ने सहमति दी।

ये उन शोधार्थियों की डिग्रियां थी जिन्होंने प्री-पीएचडी टेस्ट नहीं दिया और विवि ने उन्हें ब्रिज कोर्स करवा दिया था। पिछले साल इस संबंध में हुई सिंडिकेट ने इन डिग्रियों का रैफर बैक कर दिया था और सीनेट में उनका अनुमोदन नहीं हो पाया था। लेकिन इस साल सीनेट ने ब्रिज कोर्स को मान्यता देते हुए रोकी हुई पीएचडी डिग्रियों को हरी झंडी दिखा दी है।

इस संबंध में कुलपति डॉ आरपी सिंह ने कहा कि पत्र प्रेषित कर इन शोधार्थियों को सूचित किया जाएगा और इन्हें एमपीईटी के समकक्ष मानते हुए लेक्चररशिप के लिए योग्य माना जाएगा। इसके साथ ही अपने विशेषाधिकार का प्रयोग कर कुलपति की ओर से विदेशों में आवेदन करने वाले विद्यार्थियों को दी गई डिग्रियों को भी सीनेट ने मान्यता दी।

सीनेट की बैठक में कुलपति डॉ आरपी सिंह सहित पूर्व कुलपति प्रो एलएस राठौड़ और डॉ लोकेश कुमार शेखावत मौजूद रहे। इनके साथ कुलसचिव, डीन, सरकार की ओर से मनोनीत दो संस्था प्रधान, सिंडीकेट सदस्य, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, छात्रसंघ अध्यक्ष और वरिष्ठ उपाध्यक्ष सहित अन्य सदस्य इसमें भाग लेने पहुंचे।