जोधपुर : जांच में डीडी, डीईओ और बाबू दोषी, कार्रवाई के आदेश
जोधपुर : जोधपुर शिक्षा विभाग में काउंसलिंग की गड़बडि़यों के मामले को राज्य सरकार ने गंभीरता से लेते हुए बुधवार को उपनिदेशक माध्यमिक, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम-द्वितीय व संबंधित बाबूओं को दोषी मानते हुए कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
इस मामले में ओसियां विधायक भैराराम सियोल ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी, जिसके बाद अब जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंपी।
माध्यमिक शिक्षा के संयुक्त शासन सचिव इन्द्रसिंह राव ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक बीएल स्वर्णकार को बुधवार को अविलंब कार्रवाई करने को कहा। जांच में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम दिनेश्वर पुरोहित और जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक द्वितीय लक्ष्मी देवी को जांच प्रतिवेदन में दोषी माना गया।
इन दोनों अधिकारियों के विरूद्ध निदेशक को अनुशासनात्मक कार्रवाई के प्रस्ताव भिजवाने को कहा है। प्रकरण में दोषी संस्थापन शाखा के कार्यालय सहायक जोगेन्द द्विवेदी, लिपिक ग्रेड-1 गोपाल प्रजापत, लिपिक ग्रेड-2 रौनक सांखला व अजय कुमार को तत्काल प्रभाव से जोधपुर शहर से बाहर विद्यालयों में स्थानांतरण कर इनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
इस प्रकरण में पर्यवेक्षणीय लापरवाही बरतने के मामले में उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा नूतनबाला कपिला के विरूद्ध सीसीए नियम-17 के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। इनमें किसी भी अधिकारियों ने शिक्षकों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया।
जोधपुर जिले में शिक्षक काउन्सलिंग के दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं कार्मिकों द्वारा अनियमितताओं की शिकायत को लेकर ओसियां विधायक एवं संसदीय सचिव भैराराम सियोल ने मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री को शिकायत की।
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर की ओर से जांच दल गठित कर 7 जुलाई से 9 अगस्त तक जांच की गई। जांच के आधार पर अतिरिक्त निदेशालय प्रशासन प्रारम्भिक शिक्षा बीकानेर ने अपनी रिपोर्ट पेश की।
राज्य सरकार ने निष्पक्ष जांच कर दी है। दोषी पाए गए शिक्षा विभाग के अधिकारियों व कार्मिकों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।
– भैराराम सियोल, विधायक, ओसियां व संसदीय सचिव