चहक से लौटेगी नौनिहालों की मुस्कान
जयपुर : सहकारिता राज्यमंत्री श्री अजय सिंह किलक एवं उदयपुर जिला प्रशासन की पहल पर जिला प्रशासन एवं उदयपुर सहकारी उपभोक्ता थोक भण्डार लि. के माध्यम से ’’अनुपयोगी को उपयोगी बनाना, जरूरतमन्द तक पहुंचाना’’ के स्लोगन के साथ ’चहक’ अभियान नाम से एक अनूठी एवं महत्वाकांक्षी पहल का प्रारम्भ उदयपुर शहर मेें हुआ है।
अनुपयोगी सामग्री एक सेन्टर पर होगी जमा श्री अजय सिंह किलक ने बताया कि सहकारी उपभोक्ता भंडार लिमिटेड के शास्त्री सर्कल स्थित सुपर मार्केट में एक काउन्टर बनाया गया है। नागरिकों के घरों में रखी अनुपयोगी सात सामग्री – लंच बॉक्स, वाटर बोटल, ज्यामेट्री बॉक्स, खाली कापियां, खाली रजिस्टर, स्कूल बेग व बच्चाें के खिलौनों को इस काउन्टर पर जमा किया जायेगा। यह सुविधा अभी एक स्थान पर आरंभ की गयी है। भविष्य में और सेन्टर बनाये जायेंगे।
’चहक’ से लौटेगी बच्चों की मुस्कान
उन्होंने बताया कि अनुपयोगी सामग्री को उपयोगी बनाकर जरूरतमंद विद्यार्थियों तक पहुंचाया जायेगा। सरकारी स्कूल के वे जरूरतमंद विद्यार्थी जो इन सामग्रियों से वंचित हैं, उन तक पहुंचाकर उनके चेहरों पर मुस्कान लाने का प्रयास किया जायेगा। इसके अन्तर्गत नई-पुरानी सामग्री को एक स्थान पर जमा करने की सुविधा आरंभ की गई है जहां से सरकारी स्कूलों के जरूरतमन्द विद्यार्थियों तक इन्हें पहुंचाया जाएगा।
एस.एम.एस. से पहुंचेगी सामग्री के पहुंचने की जानकारी
उदयपुर जिला कलक्टर श्री रोहित गुप्ता ने बताया कि ‘चहक-एक शुरूआत’ अभियान के तहत सामग्री जमा कराने वाले व्यक्ति को उसके मोबाईल नम्बर पर एस.एम.एस. से पात्र विद्यार्थी तक संबंधित सामग्री के पहुंचने की जानकारी दी जायेगी। सामग्री देने वाला व्यक्ति वहां जाकर जानकारी भी ले सकता है। इस सुविधा से चहक अभियान को सम्बल मिलेगा वहीं सामग्री भी पात्र बच्चे तक पहुंचेगी।
बच्चे छोटी-छोटी चीजों से नहीं होंगे महरूम
सुपर मार्केट भण्डार के प्रशासक एवं अतिरिक्त रजिस्ट्रार श्री राजेन्द्र भट्ट बताते हैं कि अब सरकारी स्कूल के बच्चाें को इन छोटी-छोटी चीजों के लिए महरूम नहीं होना पड़ेगा। बच्चे अपना भविष्य संवार पाएंगे तथा उनके जीवन में खुशी के पल भी लौटेंगे।
प्रातः 10 से सायं 5 बजे तक जमा होगी सामग्री
भण्डार के महाप्रबन्धक श्री आशुतोष भट्ट ने बताया कि व्यक्ति संबंधित सामग्री सुपर मार्केट पर प्रातः10 बजे से शाम 5 बजे तक जमा करा सकते हैं। यह सामग्री केन्द्र से जरूरतमंद विद्यार्थियों तक पहुंचायी जाएगी ताकि उनके विद्यार्थी जीवन को और अधिक आसान बनाया जा सके।